एचआईएमएस ने चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता और करुणा का संदेश दिया
देहरादून। हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) जौलीग्रांट में सोमवार को एमबीबीएस 2025 बैच के छात्र-छात्राओं की वाइट कोट सेरेमनी बड़े उत्साह और गरिमामय माहौल में संपन्न हुई। समारोह में नवप्रवेशी विद्यार्थियों ने सफेद कोट पहनकर मानवता की सेवा, करुणा और समर्पण की शपथ ली।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के संस्थापक डॉ. स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इसके बाद वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने विद्यार्थियों को सफेद कोट पहनाया और चिकित्सा सेवा की राह में प्रथम कदम रखने पर शुभकामनाएं दीं।
मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो. (डॉ.) रेनू धस्माना ने कहा कि सफेद कोट केवल एक परिधान नहीं, बल्कि यह जिम्मेदारी, ईमानदारी और विश्वास का प्रतीक है। यह करुणा और सेवा के उस पवित्र भाव को दर्शाता है, जिसे हर चिकित्सक को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे मरीजों की पीड़ा को समझें, संवेदनशील बनें और हर परिस्थिति में मानवता को सर्वोपरि रखें।
महानिदेशक (शैक्षणिक विकास) प्रो. (डॉ.) विजेंद्र चौहान ने विद्यार्थियों को चिकित्सकीय जीवन की चुनौतियों और अवसरों के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह पेशा केवल ज्ञान का नहीं, बल्कि निरंतर सीखते रहने और समाज की निस्वार्थ सेवा करने का मार्ग है।
सेरेमनी के दौरान विद्यार्थियों ने चरक शपथ ली। प्रो. (डॉ.) आभा श्रीवास्तव ने स्वागत संबोधन दिया, जबकि डॉ. अनुराधा कुसुम ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
इस अवसर पर डॉ. डी.सी. धस्माना, डॉ. विनीत मेहरोत्रा, डॉ. अर्चना प्रकाश, डॉ. एस.एस. बिष्ट, डॉ. किरण भट्ट, डॉ. बरनाली और डॉ. तरुणा शर्मा सहित संस्थान के वरिष्ठ संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

